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पौष पूर्णिमा से पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी

महाकुंभनगर, भारतीय सांस्कृतिक एकता और गौरव के प्रतीक के रूप में पवित्र धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी प्रयागराज में पहुंचे श्रद्धालुओं की आस्था इतनी प्रबल रही कि महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा से एक दिन पहले रविवार को संगम तट पर आस्था का जनसैलाब दिखाई पड़ा।

आज राष्ट्रीय युवा दिवस (नेशनल यूथ डे) है। यह दिन भारत के महान दार्शनिक, आध्यात्मिक नेता और समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद की जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य उनके विचारों, मूल्यों और आदर्शों को बढ़ावा देना है और उनके विचारों को देश के हर युवा तक पहुंचाना है जिससे वे देश की प्रगति में अपना योगदान दे सकें।

इस अवसर पर संगम स्नान में शामिल होने वाले युवाओं का जोश देखते बन रहा था। संगम में खड़े होकर उसके अमृत जल को एक दूसरे पर छिड़ककर अपने परम उत्साह का प्रदर्शन कर रहे थे। सनातन संस्कृति और परंपरा से जुड़ने का यह पर्व युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने का माध्यम बन रहा है।

रविवार को लाखों श्रद्धालुओं ने सुबह ही संगम में पवित्र स्नान कर लिया। इसमें युवाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। संगम पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। महाकुंभ में पहुंचे लोगों ने वीडियो कॉलिंग से परिजनों को मां गंगा का डिजिटल दर्शन भी कराया। संगम तट पर हर उम्र के लोगों में सनातन संस्कृति के इस महापर्व को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखा।

संगम तट पर लों को फेसबुक लाइव, यूट्यूब लाइव और व्हाट्सएप पर ग्रुप कॉलिंग करते भी देखे गए। युवा अपनी परंपरा को जानने और उसका हिस्सा बनने के लिए उमड़े वहीं बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए भी यह आयोजन गहरी आस्था का प्रतीक बना।

संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंंस (एआई) कैमरे लगाए गए हैं, जो हर श्रद्धालु की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।

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