देश का पहला ऑटोमोटिव डिजाइनिंग संस्थान
नयी दिल्ली, ऑटोमोबाइल उद्योग की जरूरतों को ध्यान में रखते हुये भारतीय ऑटोमोबाइल डिज़ाइन संस्थान (इंडिआ) और एक्सएलआरआई दिल्ली-एनसीआर ने देश का पहला ऑटाे मोबाइल डिजाइनिंग संस्थान शुरू करने की तैयारी की है।
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में भारतीय ऑटोमोटिव विरासत और भविष्य की डिज़ाइन दृष्टि का अनावरण किया गया जहां यह जानकारी दी गयी। एक्सपो में ऑटोमोटिव डिज़ाइन का प्रारंभिक उदाहरण प्रदर्शित किया गया है। इंडिआ ने ‘डिज़ाइन इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देते हुए 1970 के दशक के अंत में भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र में शुरू की गई पहली डिज़ाइन पहलों में से एक को प्रस्तुत किया। यह प्रदर्शन देश के ऑटोमोटिव स्टार्टअप की भावना का प्रतीक है।
एक्सएलआरआई सेंटर ऑफ ऑटोमोबाइल डिज़ाइन एंड मैनेजमेंट के अध्यक्ष और इंडिआ के संस्थापक अविक चट्टोपाध्याय ने कहा, “यह एक्सपो सिर्फ इंडिआ को प्रदर्शित करने का अवसर नहीं है बल्कि यह रचनात्मकता और नवाचार को प्रेरित करने का एक प्रयास है। नवीनतम डिज़ाइनों के माध्यम से, प्रदर्शनी परंपरा और नवाचार के अद्भुत सामंजस्य को प्रदर्शित करती है। यह भारतीय भावना की अद्वितीयता और भारतीय ऑटोमोटिव डिज़ाइन के भविष्य का प्रमाण है।”
उन्होंने कहा कि निर्माताओं, नीति निर्माताओं, और डिज़ाइन विशेषज्ञों के साथ संवाद स्थापित करते हुए ‘डिज़ाइन इन इंडिया, डिज़ाइन फॉर द वर्ल्ड’ दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने और ऑटोमोटिव क्षेत्र में प्रतिभा की कमी को पूरा करने की कोशिश है। संस्थान की शुरूआत अधिकतम 25 छात्रों के साथ की जायेगी और उनको ऑटोमोटिव डिजाइन के क्षेत्र में मास्टरडिग्री दी जायेगी।
एक्सएलआरआई दिल्ली-एनसीआर के निदेशक फादर डॉ. के.एस. कैसिमिर ने कहा, “इंडिआ की भागीदारी ने भविष्य की सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने वाले डिज़ाइनरों को तैयार करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को उजागर किया। डिज़ाइन उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करते हुए इंडिआ छात्रों को भविष्य के कार्यक्षेत्र के लिए तैयार करेगा। रचनात्मकता को बढ़ावा देकर और नवाचार को प्रोत्साहित करके, हम शिक्षा के नए रास्ते खोल रहे हैं और छात्रों को तेजी से बदलती दुनिया में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस कर रहे हैं।”