महाकुंभ नगर में डिजिटल केंद्रों पर मिलेगा खोया सामान, मिलेगी घाटों की जानकारी
महाकुम्भ नगर , उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षित, सुव्यवस्थित और भव्य महाकुम्भ की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना को साकार करते हुए दस डिजिटल खोया पाया केंद्रों की स्थापना की है।
डिजिटल खोया पाया केंद्रों में वेटिंग रूम भी रहेंगे। इसके साथ ही चिकित्सीय सुविधाओं के लिए अलग से मेडिकल रूम बनाया गया है। महिलाओं और बच्चों के लिए रिफ्रेशमेंट एरिया की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सभी केंद्रों में 55 इंच का एलईडी स्क्रीन लगाया गया है। इसे पब्लिक एड्रेस सिस्टम से कनेक्ट किया गया है। खोए-पाए सामान और व्यक्तियों के बारे में लाइव जानकारी दी जाएगी। इतना ही नहीं इन केंद्रों पर महाकुम्भ से संबंधित घाटों और मार्गों के बारे में सारी व्यवस्थाओं की भी जानकारी दी जाएगी।
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) जोन भानु भास्कर ने बताया कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। उनके आने-जाने और स्नान की सुरक्षित व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं की सहायता, सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 10 कंप्यूटराइज्ड खोया-पाया केंद्र स्थापित किए गए हैं। संगम वापसी मार्ग के पश्चिमी छोर पर स्थित मुख्य मॉडल केंद्र में सामान्य दिनों में 5 कर्मचारी और स्नान पर्व के दौरान 9 कर्मचारी तैनात रहेंगे।
खोए-पाए व्यक्तियों की जानकारी कंप्यूटर पर दर्ज की जाएगी और सूचना देने वाले को कंप्यूटराइज्ड रसीद प्रदान की जाएगी। 55 इंच के बड़े एलईडी स्क्रीन पर खोए व्यक्तियों की फोटो और विवरण प्रसारित किए जाएंगे। सभी केंद्र एक-दूसरे से आधुनिक संचार प्रणाली द्वारा जुड़े हुए हैं। सूचना का प्रसारण फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए भी होगा।
महाकुम्भ में यात्रियों की सहायता के लिए मेला क्षेत्र में पूछताछ केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर महाकुम्भ, प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध होगी।