Breaking NewsMain Slidesउत्तर प्रदेशलखनऊ

विपक्ष के हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित

लखनऊ, संभल हिंसा पर विशेष चर्चा की अनुमति नहीं देने के कारण विपक्षी दलों के हंगामे और शोरशराबे के बीच विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी है।

इससे पहले विधानसभा का शीतकालीन सत्र राष्ट्रगान के साथ दोपहर 11 बजे शुरु हुआ। प्रश्नकाल को रोक कर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने नियम 311 का हवाला देते हुये सदन में संभल और बहराइच में हिंसा पर विशेष चर्चा का अनुरोध किया जिसे विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नयी नियमावली का हवाला देते हुये नकार दिया। श्री पांडे का कहना था कि संभल में हिंसा देश में चर्चा का विषय बन चुका है। उनकी बात का समर्थन कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने भी किया मगर सतीश महाना ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष से नयी नियमावली का अवलोकन करने का अनुरोध किया और चर्चा से साफ इंकार कर दिया।

सतीश महाना के कथन पर विपक्षी सदस्य सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुये पटल पर आ गये। भारी शोरशराबे और नारेबाजी के बीच श्री महाना ने सदस्यों से अपनी सीट पर जाने और प्रश्न पूछने का अनुरोध किया मगर समाजवादी पार्टी (सपा) सदस्यों ने नारेबाजी जारी रखी। सदस्य ‘ सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी,नहीं चलेगी’ और कानून व्यवस्था ध्वस्त है,योगी बाबा मस्त है।” जैसे नारे लगा रहे थे।

इस बीच संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) का काम सिर्फ नारे लगाना और सदन की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने का होता है। उनकी सरकार में ‘रुल आफ लॉ’ को प्राथमिकता दी गयी है और जिसकी चर्चा पूरे देश और दुनिया में होती है। सरकार ने हमेशा कानून व्यवस्था और विकास को तरजीह दी है।

करीब 24 मिनट तक चले हंगामें के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों को चेतावनी दी कि यदि वह नारेबाजी जारी रखते हैं और सहयोग नहीं करते हैं, तो उन्हे सदन की कार्यवाही को स्थगित करने पर विवश होना पड़ेगा जिसके लिये विपक्ष ही दोषी होगा मगर सपा सदस्यों ने इस भी चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया,नतीजन सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी।

इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) ने किसानो की समस्या,संभल में हिंसा,पेपर लीक और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर विधानसभा परिसर में धरना दिया। सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लिये हुये थे। साइकिल से पहुंचे वाराणसी से सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार यह नहीं चाहती है कि गरीब का बच्चा पढ़े। इसके साथ ही उन्होंने सम्भल के मुद्दे पर और बहराइच के मुद्दे पर वर्तमान सरकार को घेरने की बात कही।

उधर, विधानसभा पहुंचे वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष के पास सिवाय नारेबाजी के कुछ नहीं है। उसके पास रचनात्मक सोच नही है। विपक्ष के सवालों का सरकार सदन में जवाब देगी ।

Related Articles

Back to top button