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किर्गिस्तान में फंसे छात्रों को नकालने को परिजनों ने लगायी सरकार से लगाई गुहार

इटावा, किर्गिस्तान के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में फंसे उत्तर प्रदेश के इटावा के सात एमबीबीएस छात्रों की सुरक्षित घर वापसी के लिए परिजनों से सरकार से गुहार लगायी है।

ऐसे ही एक छात्र के पिता शैलेंद्र यादव ने बताया कि उनके दो बेटे बिश्केक से 20 किलोमीटर दूर कांत शहर में रह रहे हैं। एक दिन अचानक उनके बच्चों का फोन आया और उन्होंने बताया कि यहां पर हॉस्टल में सैंकड़ों लोगों ने आकर विदेशी छात्रों के ऊपर यहां के स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया है। कई छात्रों के साथ मारपीट इस कदर हुई है कि पाकिस्तानी दो छात्रों की मौत हो गई है। एक छात्र का हाथ काट दिया है और कई छात्रों को बेरहमी से ढूंढ ढूंढ कर पीटा जा रहा है। यहां तक की सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर स्थानीय लोग छात्रों की जानकारी दे रहे है कि छात्र कहां छुपे हैं और वहां पर अटैक कर रहे हैं। दूतावास के अधिकारियों, कर्मचारियों से फोन के माध्यम से संपर्क किया जा रहा है। लेकिन वह हमारी कोई भी मदद नहीं कर रहे हैं।

वहीं एक छात्रा की मां ने जानकारी देते हुए बताया है कि उनकी बेटी एशियन मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है जिसके 6 सेमिस्टर पूरे हो चुके हैं। एक दिन उनकी बेटी ने फोन पर बताया कि यहां पर किसी बात को लेकर जो स्थानीय नागरिक हैं, वह विदेशी छात्रों को भगाने के लिए उन पर हमले कर रहे हैं। हॉस्टल में घुसकर बच्चों से मारपीट और तोड़फोड़ की जा रही है। तीन से चार छात्रों की इस हिंसा में मौत हो चुकी है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी साथियों को सुरक्षित एक जगह रहने के निर्देश दिए हैं। भारत के दूतावास से संपर्क किया जा रहा है लेकिन वह हमारी बिल्कुल भी सुनवाई नहीं कर रहे है।

सभी भारतीय समेत अन्य विदेशी छात्र पल पल डर के साए में जीने को मजबूर दिखाई पड़ रहे है। इटावा जिले के किर्गिस्तान में एशियन मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे छात्रों के परिजनों ने अपने बच्चों के द्वारा बताई गई जानकारी मीडिया से साझा की है। परिजनों ने सरकार से अपने बच्चो को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई है।

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