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हिमाचल में एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण में कटौती की तैयारीः अनुराग सिंह

कुटलैहड़/नैनादेवी, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अपने अस्तित्व से लेकर आज तक अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विरोधी रही है वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदा ही एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों के उत्थान के लिए कार्य करती आई है।

अनुराग सिंह ठाकुर ने यह बातें कुटलैहड़ और श्री नैना देवी विधानसभा में अपने दर्जन भर से अधिक कार्यक्रमों और जनसभाओं के दौरान कहीं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों को सेना और एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के मुद्दों पर भी जमकर घेरा।

उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस ही है जिसने भारत में को धार्मिक आधार पर आरक्षण देने कि बीमारी शुरू की है। जहां भी इनकी राज्य सरकारें आती हैं वहां यह लोग एससी, एसटी और ओबीसी भाइयों-बहनों का आरक्षण छीन कर तुष्टिकरण के लिए अपने वोट बैंक को दे देते हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लोगों को क्यों नहीं बताते की क्या हिमाचल में भी वो एससी-एसटी और ओबीसी समुदाय का आरक्षण में कटौती की तैयारी में हैं या नहीं।

राज्य के हमीरपुर संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार ठाकुर ने आगे बताया कि पिछले 10 वर्षों में वंचित हीं मोदी सरकार की वरीयता में रहे हैं। एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय का जो विकास मोदी जी ने किया है वह ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है। हमारे एससी, एसटी और ओबीसी भाई बहन आज खुल कल भाजपा के पक्ष में आ गए हैं। हमीरपुर समेत संपूर्ण हिमाचल में प्रतिदिन सैकड़ो एससी, एसटी और ओबीसी परिवार भाजपा में शामिल हो रहे हैं क्योंकि मोदी सरकार कि जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिकतम लाभ इन्हीं को मिला है।

श्री ठाकुर ने आगे कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में एससी समाज कल्याण के लिए प्रतिवर्ष मात्र 40 हजार करोड़ का बजट आवंटित किया जाता था। आज, भाजपा सरकार में एससी समुदाय के कल्याण का बजट 1 लाख 40 हजार करोड़ से अधिक है। प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में, सामाजिक न्याय मंत्रालय के बजट में अनुसूचित जातियों पर विशेष ध्यान देने के साथ 90 प्रतिशत की पर्याप्त वृद्धि हुई है। आज कांग्रेस वाले अपनी स्पष्ट हार को देखते हुए संविधान का नाम लेकर झूठ और भ्रम फैला रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है की कांग्रेस ने हमेशा भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को कम करके आंका है। कांग्रेस ने तो संविधान सभा के लिए बीआर अंबेडकर के चुनाव का भी विरोध किया था। जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न से सम्मानित किया, लेकिन बीआर अंबेडकर जी को उनके निधन के बाद भी भारत रत्न नहीं दिया।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘बाबा साहेब अम्बेडकर जी को भारत रत्न से तब सम्मानित किया गया जब जनता दल की सरकार भाजपा के समर्थन से सत्ता में थी। आज मोदी जी ने बाबा साहब को उनका उचित सम्मान दिया है। मोदी जी ने मऊ, नागपुर, मुंबई, दिल्ली और लंदन में पंच तीर्थ का निर्माण किया, संविधान दिवस मनाना शुरू किया और उनकी जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया।’’

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर से धारा 370 के निरस्त होने के बाद आज वहां अनुसूचित जाति के लोगों को आरक्षण मिल रहा है। किसान सम्मान निधि योजना जिससे 12 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हुए, उसमें 1.5 करोड़ किसान एससी समुदाय से हैं। उज्ज्वला योजना के तहत 35 फीसदी तक दलित महिलाओं को गैस कनेक्शन मिले हैं । प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 71 फीसदी लाभार्थी एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय के हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के 80 फीसदी लाभार्थी छोटे और सीमांत किसान हैं जो एससी, एसटी और ओबीसी से आते हैं। आज 58 फीसदी स्कॉलरशिप हमारे एसटी और एससी छात्रों को मिला है। मुद्रा योजना का 18 फीसदी से ज्यादा लाभ हमारे एससी भाइयों बहनों को मिला है। आवास योजना के अंतर्गत लगभग 54 से 55ः लाभ हमारे एससी और एसटी भाइयों बहनों को मिला है। मोदी पीएम विश्वकर्म योजना लेकर आए जिसका सबसे बड़ा लाभ एससी-एसटी और ओबीसी समुदाय को मिल रहा है। यही नहीं, नरेंद्र मोदी ने भगवान वाल्मीकि जी के नाम पर अयोध्या का एयरपोर्ट भी बनाया है और आज महान संत रविदास जी की भव्य प्रतिमा वाराणसी में बन रही है एवं उनका भव्य धाम मध्य प्रदेश में बन रहा है।’’

अनुराग सिंह ठाकुर ने आगे बताया कि भारतीय जनता पार्टी हिमाचल में भी एससी समुदाय के उत्थान के लिए दशकों से कार्य करती आ रही है। वर्ष 1998 में जब भाजपा की प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में सरकार बनी तब उस समय अनुसूचित जाति उप योजना का बजट मात्र 11 फीसदी था जबकि अनुसूचित जाति कि जनसंख्या 25 फीसदी थी। इसे देखते हुए प्रोफेसर धूमल ने अनुसूचित जाति का बजट 11 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया था। यही नहीं धूमल ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक अंबेडकर भवन का भी निर्माण कराया था और उस समय अनुसूचित जाति के 2000 मेधावी छात्रों के लिए डॉक्टर अंबेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना प्रारंभ की थी। इसमें प्रतिवर्ष प्रति विद्यार्थी को 10,000 मिलते थे। धूमल जी ने उस समय अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों के लिए माता शबरी महिला सशक्तिकरण योजना का शुभारंभ किया था जिसके अंतर्गत उन्हें फ्री गैस चूल्हा दिया गया। धूमल जी ने अनुसूचित जाति वर्ग कि बस्तियों में गुरु रविदास सार्वजनिक सुविधा उन्नयन योजना के अंतर्गत गलियों, नालियों और उचित रोशनी के प्रबंधन हेतु विशेष तौर पर 10 लाख तक का अनुदान देना भी प्रारंभ किया था।”

अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया, ‘‘श्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान लोकसभा के पहले दलित अध्यक्ष के रूप में श्री जीएमसी बालीयोगी की ऐतिहासिक नियुक्ति हुई थी। भाजपा ने श्री रामनाथ कोविन्द को भारत का पहला दलित राष्ट्रपति और श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को पहली आदिवासी राष्ट्रपति नियुक्त कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में नए मंत्रिमंडल में गरीबों को, पीड़ितों को, शोषितों को, वंचितों और समाज के दबे कुचले लोगों का प्रतिनिधित्व दिया। मंत्रिपरिषद में रिकॉर्ड 12 अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के मंत्री शामिल हैं जिसमें दो कैबिनेट मंत्री हैं। भाजपा ने इस बार भी रिकॉर्ड स्तर पर एससी, एसटी उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं।’’

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