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सरकारी शक्ति के दुरुपयोग का नमूना बन गयी इलेक्टोरल बांड योजना: कांग्रेस

लखनऊ, इलेक्टोरल बांड को देश में चुनावी चंदे का सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुये कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सफेद तरीके से काला धन एकत्र करने की एक अपारदर्शी योजना बनाई, जो सरकारी शक्ति के दुरूपयोग का एक नायाब नमूना बन गई है।

पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस ने शुरू से ही इस चंदे के काले धंधे का विरोध किया था, पार्टी ने बार-बार कहा कि यह योजना भाजपा सिर्फ अपने फायदे के लिए और चुनावी चंदे में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए ला रही है। उच्चतम न्यायालय द्वारा इस योजना को खारिज करने के बाद कांग्रेस का मत सत्य साबित हुआ।

उन्होने कहा कि मोदी सरकार एसबीआई को कोर्ट के आदेश के बाद भी इलेक्टोरल बांड से सम्बन्धित सूचना को साझा करने से रोक रही थी। सरकार सारी सूचना को आगामी 30 जून तक यानी चुनाव सम्पन्न होने तक छुपाने का प्रयत्न कर रही थी लेकिन कोर्ट के दबाव के बाद जब एसबीआई को इलेक्टोरल बाण्ड से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करनी पड़ी।

कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि ऐसी कई कंपनियों के मामले हैं जिन्होंने इलेक्टोरल बांड दान किया और उसके तुरन्त बाद उन्हें सरकार से भारी लाभ प्राप्त हुआ। इन्फ्रास्टैक्चर से जुड़ी कई कंपनियों ने भारी मात्रा में चंदा दिया है और उसके बाद उन्हें प्रोजेक्टस मिले हैं। पिछले कुछ वर्षों में चंदा दो धंधा लो की तर्ज पर दिये गये कई बुनियादी ढांचे के प्रोजेक्टस में घटिया निर्माण सामग्री हाने के कई मामले सामने आए हैं।
कांग्रेस के बैंक खातों को सीज किए जाने के बारे में उन्होने कहा कि सात साल पुराने आयकर के मामले में कांग्रेस के सारे बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। अब जब देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है, मोदी सरकार की ये हरकत लोकतंत्र पर प्रहार है।

उन्होंने कहा कि 2017-18 में पार्टी सांसदों ने अपनी सैलरी के माध्यम पार्टी फंड कैश के रूप में सहयोग किया था। 199 करोड़ के कुल चंदे में मात्र रूपया 14.49 लाख यानी कुल 0.07 प्रतिशत कैश में आया था। इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 234 एफ के अनुसार इस तरह के मामलों में अधिकतम 10 हजार रूपये की पैनालिटी लगाई जा सकती है। मगर कांग्रेस पर 210.25 करोड़ रूपये की भारी भरकम पैनालिटी की गई है। इतना ही नहीं आयकर के अधिकारियों ने बैंक मैनेजरों के ऊपर दबाव बनाकर हमारे खातों से 115 करोड़ रूपये सरकार को ट्रांसफर भी करा दिये हैं। उन्हीं खातों में क्राउड फंडिंग द्वारा हमारे एकत्र किये गये 285 करोड़ रूपये भी फ्रीज कर दिये गये हैं। लोकसभा चुनाव सर पर है और भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी को सरकार ने वित्तीय तौर पर पूरी तरह से पंगु कर दिया है।

श्री दुबे ने कहा कि एक तरफ वह कांग्रेस पार्टी को झूठे इनकम टैक्स के मुकदमों में फंसाकर हमारे खातों को सीज कर रहे हैं और दूसरी तरफ चंदे के धंधे से हजारों करोड़ की हफ्ता वसूली कर रहे हैं।

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